ग्रामीण विकास विभाग

ग्रामीण विकास विभाग
इस विभाग द्वारा जन कल्याण के लिए विभिन्न प्रकार की योजनायें संचालित की जा रही हैं , जिनमे से कुछ प्रमुख योजनायें निम्न प्रकार से हैं :--
() स्वरोजगार द्वारा गरीबी उन्मूलन (स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना )
() रोजगार सृजन द्वारा गरीबी निवारण
() क्षेत्रीय विआस द्वारागरीबी एवं क्षेत्रीय असंतुलननिवारण
() प्राथमिक शिक्षा हेतु राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम
इन योजनाओं के माध्यम से गरीब परिवारों को समूह में लाभान्वित करने हेतु प्राथमिकता दी जाती है| स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के अंतर्गत भारत सरकार के स्तर पर 15 प्रतिशत राशि से ग्रामीण गरीबों को संगठित करके उन्हें मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने के साथसाथ दीर्घकालीन स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की व्यवस्था है |
बारां जिले के सहरिया जनजाति के परिवार के एक व्यक्ति को 100 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विशेष रोजगार योजना चलाई जा रही है |
मिड-डे-मील कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के समस्त जिलों में राजकीय , अनुदानित एवं स्थानीय निकायों द्वारा संचालित विधालयों , शिक्षा गारंटी केन्द्रों तथा मदरसों में कक्षा 1-5 में अध्यनरत विधार्थियों को मिड-डे-मील उपलब्ध करावाया जाता है | साथ ही खाने की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विधालयों में अध्ययनरत विधार्थियों की माताओं से कार्यक्रम का नियमित निरीक्षण करने का भी निवेदन किया जाता है | इस योजना योजनान्तर्गत छात्रों को चिकित्सीय सुविधाएँ भी उपलब्ध कराने का प्रावधान है |
इसी क्रं में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत रोजगार चाहने वाले प्रत्येक परिवार को जॉब कार्ड जारी किया जाता है जो पांच वर्ष के लिए वैध होता है एवं उसमें रोजगार उपलब्ध कराने विवरण लिखा जाता है
विभाग द्वारा संचालितप्रधान मंत्री आवास योजनाके अंतर्गत नए आवास के निर्माण एवं कच्चे आवासों को पक्के आवासों में क्रमोन्नत करने तथा ऋण एवं अनुदान निर्धारित मानदंडो के आधार पर दिया जाता है |
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी समय-समय पर विभाग द्वारा विभिन्न प्रकाशनों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाई जाती है | इनके माध्यम से सम्पूर्ण राज्य में संचालित योजनाओं की क्षेत्रवार जानकारी दी जाती है , जनउपयोगी है |

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