मानव जीवन के
अगले पचास वर्ष
आनेवाले
वर्षों में सुचना प्रोधोगिकी द्वारा उत्पन्न बौद्धिक उत्पादों तथा प्रणालीयों, जैव
– प्रोधोगिकी तथा अन्तरिक्ष प्रोधिगिकी द्वारा लोगों का जीवन अधिक संवर्धित होगा
हो सकता है की हम मनुष्यों को किसी अन्य गृह पर निवास करते और सौर उर्जा को
प्रथ्वी पर लाया जाता देखें इसके अलावा मैक10 से अधिक गति वाले हैपरसोनिक (ध्वनी
से अधिक गति वाला ) यान महादीपों के आरा पार उड़ेंगे और अस्त्र – वहां के लिए भी
इस्तेमाल किये जायेंगे जीनोमिक तथा जैव-प्रोधिगिकी शोध द्वारा मानव जीवन को और
दीर्घ बनाया जायेगा इससे भी अधिक संभावनाएं खाध्य योग्य टीके के क्षेत्र में हैं यह
भारत के लिए वरदानहोगा जहाँ लाखों लोग पोलियो व हैपेटाइटिस-बी के शिकार हो जाते
हैं टीके के लिए वनस्पति प्रणाली (प्लांट सिस्टम) को विकसित किया जाना है
विभिन्न परिवहन
प्रणालियों चिकित्सीय उपकरणों तथा एरोस्पेस प्रणालियों जैसे माइक्रो सेटेलाइट,
मिनी आर.पी.वि.,आदि नियंत्रण प्रणालियों के रूप में नैनो-टेक्नोलॉजी मानव प्रयोग
में आएगी आने वाले दशकों में मानव रूचि का एक अन्य क्षेत्र वैश्विक उर्जा निर्भरता
का प्रारूप होगा
आने वाले
दशकों में हमें एक एकीकृत फ़ील्ड थ्योरी की उत्पत्ति देखने को मिल सकती है, जो
गुरुत्वाकर्षण बल इलेक्ट्रो मेग्नेटिक बल, सामान्य आपेक्षिकता सिद्धांत (जनरल
रिलेविती थ्योरी) अन्तरिक्ष व समय को समन्वित करेगी |